मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आगामी हेमकुंड साहिब यात्रा के सुचारू संचालन के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही उठाएगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्राओं की भांति हेमकुंड साहिब यात्रा का भी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्व है। हिमालय की ऊंचाई पर स्थित यह पावन स्थल उत्तराखंड की पहचान है। राज्य सरकार का लक्ष्य यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और तीर्थ मार्गों के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना से यात्रा और अधिक सुगम एवं आकर्षक हो जाएगी। सोमवार को सचिवालय में गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा ने मुख्यमंत्री से भेंट की। बिंद्रा ने इस वर्ष हेमकुंड साहिब यात्रा के सफल संचालन में राज्य सरकार, मुख्यमंत्री और स्थानीय प्रशासन के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के बावजूद इस वर्ष रिकार्ड 2,75,000 श्रद्धालु यात्रा में सम्मिलित हुए। यात्रियों की सुरक्षा और व्यवस्थाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए श्रद्धालुओं ने सरकार और प्रशासन की सराहना की। बिंद्रा ने मुख्यमंत्री को यात्रा मार्ग पर आधारभूत संरचना और लाजिस्टिक्स में सुधार से संबंधित सुझाव भी दिए। उन्होंने बताया कि यात्रा प्रारंभ होने से दो माह पूर्व गोविंदघाट को हेमकुंड मार्ग से जोड़ने वाला पुल भूस्खलन में ध्वस्त हो गया था, परंतु मुख्यमंत्री के तत्पर हस्तक्षेप से नया घाटी पुल समय से पूर्व तैयार हो गया, जिससे यात्रा बाधित नहीं हुई।
उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत वर्ष को राज्य में भव्य रूप से मनाने के निर्णय के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। बिंद्रा ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हेमकुंड साहिब यात्रा श्रद्धा, एकता और उत्कृष्ट प्रबंधन का प्रतीक बनेगी।