Shops demolished in Thane, tension after Bhayandar violence; Relief to the person who killed a stray dog
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से एक दिन पहले 21 जनवरी को महाराष्ट्र के भयंदर में कुछ अराजक तत्वों ने सनातन धर्म यात्रा पर हमला कर दिया था. रैली में भाग लेने वालों पर घातक हमले किये गये और वाहनों को काफी नुकसान पहुँचाया गया। इस घटना के बाद महाराष्ट्र के कई इलाकों में तनाव फैल गया. एक ताजा घटना बुधवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भी हुई. जहां कुछ अज्ञात लोगों ने वहां की दुकानों में तोड़फोड़ कर दी. अधिकारियों ने बुधवार को इसकी घोषणा की. यह घटना ऐसे वक्त सामने आई जब महाराष्ट्र में पहले से ही तनाव का माहौल था. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इलाके में जल्द ही शांति लौटने की उम्मीद है।
अज्ञात व्यक्ति ने कारोबार को फिर बनाया निशाना. ( Unknown person targeted the business again)
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, मंगलवार शाम को काशीमीरा, नया नगर और नवगृह इलाके में अज्ञात लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की. गौरतलब है कि तीन दिन पहले नयानगर में पहले दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी. सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में साइकिल पर सवार कई लोगों को स्टोर को निशाना बनाते देखा जा सकता है।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी और संदिग्ध से संपर्क करेगी (Police will analyze CCTV footage and contact the suspect)
मीरा पुलिस अधिकारी भयंदर वसई विरार ने कहा कि इलाके की कुछ दुकानों पर अपराधियों ने हमला किया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और एफआईआर दर्ज की। पुलिस इलाके से निगरानी फुटेज की समीक्षा कर रही है और संदिग्ध की पहचान करने की कोशिश कर रही है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बोरीवली गांव में सोमवार को हुए हमले के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गपशप पर ध्यान न दें या प्रकाशित न करें – पुलिस (Ignore or publish gossip – police)
पुलिस ने एक नोट जारी कर लोगों से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फर्जी वीडियो पर ध्यान न देने की अपील की है. लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की गई है. पुलिस ने कहा कि लोगों को फर्जी वीडियो संदेशों पर ध्यान नहीं देना चाहिए या उन्हें तीसरे पक्ष को नहीं भेजना चाहिए।
केस चला तो बच्चे का करियर बर्बाद हो जाएगा- कोर्ट ( If the case continues, the child’s career will be ruined – Court)
तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण एक आवारा कुत्ते की जान जाने के मामले में सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने 20 वर्षीय युवक के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द कर दी है। कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए कहा कि अगर किशोर के खिलाफ केस शुरु हुआ तो उसका करियर बर्बाद हो जाएगा।
युवक का शैक्षणिक रिकॉर्ड अच्छा- कोर्ट ( The youth’s educational record is good – court)
न्यायमूर्ति अनुजा प्रभुदेसाई और न्यायमूर्ति एन आर बोरकर की खंडपीठ ने 16 जनवरी के अपने आदेश में कहा कि युवक ने आवारा कुत्तों के कल्याण के लिए 5,000 रुपये का दान दिया था। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता 20 साल का एक लड़का है। वह इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष का छात्र है और उसका शैक्षणिक रिकॉर्ड अच्छा है। आपराधिक कार्यवाही जारी रहने से उसका करियर और भविष्य खराब हो सकता है। इसलिए उसके खिलाफ एफआईआर को रद्द कर दिया गया है। गौरतलब है कि युवक ने अपने खिलाफ की गई एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी।