
वृद्ध महिलाओं को आर्थिक सामाजिक और भावनात्मक संबल देने के लिए नई योजना की तैयारी मंत्री ने अधिकारियों को जिलेवार वृद्ध महिलाओं से फीडबैक लेने के दिए निर्देश प्रदेश की वृद्ध और असहाय महिलाओं को आर्थिक सामाजिक और भावनात्मक संबल देने के मकसद से विभाग की ओर से जल्द एक योजना शुरू की जाएगी। यह कहना है महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या का। इसके लिए अधिकारियों को योजना की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार जरूरतमंद महिलाओं के बुढ़ापे की लाठी बनेगी। विधानसभा स्थित सभागार में विभाग के अधिकारियों और वृद्ध महिलाओं के साथ काम करने वाले गैर सरकारी संगठन प्रतिनिधियों के साथ बैठक में मंत्री ने कहा, धामी सरकार प्रदेश की आधी आबादी की पूरी जिम्मेदारी निभाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले से लागू महिला सारथी योजना, महिला एवं बाल मुखी सहायता योजना और एकल महिला स्वरोजगार योजना के बाद अब वृद्ध महिलाओं के लिए भी विशेष योजना तैयार की जा रही है। रेखा आर्या ने बताया कि प्रदेश के दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों की असहाय वृद्ध महिलाओं को आवश्यक पोषण, देखभाल और भावनात्मक संबल देने के उद्देश्य से यह योजना उनके मन में कई दिनों के मंथन के बाद आई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे प्रदेश में जनपदवार छोटे-छोटे महिला सम्मेलन आयोजित कर वृद्ध महिलाओं से सीधे संवाद किया जाएगा, ताकि उनकी समस्याएं समझी जा सकें और सरकार उन पर ठोस कदम उठा सके।
मंत्री ने अधिकारियों को योजना का मसौदा तेजी से तैयार कर शासन से मंजूरी लेने के निर्देश दिए। रेखा आर्या ने कहा, हमारी दादी-नानियों के आशीर्वाद से ही समाज की नींव मजबूत रहती है। बैठक में बताया गया कि वृद्ध महिलाओं की कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकार की ओर से जरूरी कदम उठाए जाएंगे। बैठक में सचिव चंद्रेश कुमार, विक्रम सिंह, मोहित चौधरी, नीतू फुलेरा सहित अन्य अधिकारी और एनजीओ प्रतिनिधि मौजूद रहे।