
चमोली जिले में माणा के पास हुए हिमस्खलन की घटना के बाद वहां चल रहे राहत एवं बचाव कार्य पर केंद्र सरकार बराबर नजर बनाए हुए है। गृह मंत्री अमित शाह लगातार इस संबंध में अपडेट ले रहे हैं। इधर, घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने दोपहर बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री शाह और रक्षा मंत्री ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने जानकारी साझा की कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय भी लगातार संपर्क में है। राहत एवं बचाव कार्य में तेजी के दृष्टिगत एमआई-17 हेलीकाप्टर की मदद के लिए वायु सेना को पत्र भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने रात आठ बजे भी आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में हिमस्खलन की घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घटनास्थल पर शीघ्रता से पहुंचने के लिए नजदीकी हेलीपैड को खोल दिया जाए, ताकि राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके।
संभव नहीं हो पा रहा हेलीकाप्टर का मौके पर जाना
उन्होंने घटनास्थल पर ड्रोन के माध्यम से भी नजर रखने, जरूरत पड़ने पर घायलों को एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश लाने के निर्देश दिए। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमस्खलन के बाद राहत व बचाव निरंतर जारी हैं। आइटीबीपी, सेना, जिला प्रशासन, वायु सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ के लोग बचाव कार्य में जुटे हैं। दृश्यता न होने के कारण हेलीकाप्टर का मौके पर जाना संभव नहीं हो पा रहा है। स्नो एक्सपर्ट की सेवाएं ली जा रही हैं।
श्रमिकों को सुरक्षित निकालना पहली प्राथमिकता
सरकार की पहली प्राथमिकता श्रमिकों को सुरक्षित निकालना है। सभी बचाव दल आपसी समन्वय से कार्य कर रहे हैं। माणा हेलीपैड को सक्रिय किया जा रहा है। साथ ही एम्स ऋषिकेश, श्रीनगर मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल गोपेश्वर को अलर्ट मोड पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।